A Secret Weapon For treatment piles pregnancy

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मलत्याग करते समय तनाव न लें : मल त्याग के दौरान जोर लगाने से गुदा और मलाशय में नसों पर दबाव पड़ सकता है। इससे बवासीर हो सकता है।

कम फाइबर वाला आहार : बवासीर का कारण कम फाइबर वाला आहार बन सकता है क्योंकि इससे कब्ज होता है। और कब्ज के कारण मल त्याग के दौरान तनाव मलाशय की नसों पर दबाव डालता है, जिससे बवासीर का विकास या बिगड़ जाता है।

डॉक्टर के परामर्श के लिए कैसे तैयारी करें?

बवासीर के कारण होने वाली क्या दूसरी बीमारियां होती हैं?

खूनी बवासीर में किसी प्रकार की पीड़ा नहीं होती है। इसमें मलत्याग करते समय खून आता है। इसमें गुदा के अन्दर मस्से हो जाते हैं। मलत्याग के समय खून मल के साथ थोड़ा-थोड़ा टपकता है, या पिचकारी के रूप में आने लगता है।

थेना नेचुरल वेलनेस: यह सिट्ज बाथ के लिए उपयोग की जाती है।

बवासीर के लिए कब्ज को दूर करना सबसे जरूरी है। इसके लिए अपने आहार में अधिक फाइबर युक्त चीजें शामिल करें।

मसालेदार और तला-भुना भोजन: ऐसा भोजन गुदा क्षेत्र में जलन और सूजन का कारण बनता है।

गर्भावस्था: गर्भवती महिलाओं में बवासीर होने का अधिक खतरा रहता है। दरअसल प्रेगनेंसी के दौरान गर्भाशय website फैलता है। इसके कारण कोलन में वेइन पर दबाव पड़ने से यह सूज जाता है, जो बवासीर का कारण बनता है।

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आंतरिक बवासीर : जब मलाशय के अंदर सूजी हुई रक्त वाहिकाएं बन जाती हैं

बैठने का जोखिम: लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे रहने से बवासीर की शिकायत हो सकती है। इस समस्या को विशेष रूप से ड्राइविंग, सिलाई और आईटी पेशे वाले लोगों के साथ देखा जाता है।

आयुर्वेद के अनुसार, बवासीर को दो मुख्य प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है:

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